RBI Bank New Rule : आज के इस जमाने में हर लोगों का किसी ने किसी बैंक में खाता होता है क्योंकि बैंक खाता हम सभी का जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है फिर चाहे सरकारी सैलरी हो सरकारी सब्सिडी हो या किसी भी तरह का कमाई हो ऑनलाइन पेमेंट हो हर लेने देने के लिए बैंक अकाउंट की जरूरत पड़ती है लेकिन ऐसे में क्या आप जानते हैं कि आपका खाता सुरक्षित और सिंचारी रूप से चल सके तो इसके लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया समय-समय पर कई तरह का नए नियम और निर्देश जारी करता है और ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा अभी हाल ही में 2025 में आरबीआई की ओर से ग्राहकों के हित में कई महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है तो इसलिए में सभी नियमों के बारे में बारे की से बताया गया है।
बैंक खाता धारकों के लिए आरबीआई का नियम क्या कया है?
1. निष्क्रिय खातों को दोबारा चालू करने की आसान प्रक्रिया
अगर आपका बैंक खाता लंबे समय से निष्क्रिय पड़ा है यानी आप उसमें कोई लेन-देन नहीं कर रहे हैं, तो अब उसे दोबारा शुरू करना पहले से आसान होगा।
अब होम ब्रांच में जाने की ज़रूरत नहीं, किसी भी नजदीकी ब्रांच में जाकर KYC अपडेट कर सकते हैं।
बैंक अब ग्राहकों को वीडियो KYC की सुविधा भी देंगे, जिससे आप घर बैठे ही प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
यदि 10 साल से ज़्यादा निष्क्रिय खातों का पैसा अब सीधे एक सरकारी ट्रस्ट (DEA Fund) में जाएगा, जिसे आप बाद में क्लेम कर सकते हैं।
2. केवाईसी (KYC) अपडेट में ढील और डिजिटल सुविधा
केवाईसी यानी “अपने ग्राहक को जानिए” – बैंक खाताधारकों के लिए एक ज़रूरी नियम है। लेकिन अब RBI ने इसे आसान बना दिया है:
अब केवाईसी हर साल अनिवार्य नहीं होगा, बल्कि जोखिम के आधार पर इसे अपडेट करना होगा।
ग्रामीण इलाकों में रहने वाले ग्राहक बैंकिंग मित्र (Business Correspondent) की मदद से अपने घर पर भी केवाईसी कर सकते हैं।
समय पर केवाईसी नहीं होने पर बैंक खाता बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि ग्राहक को नोटिस और विकल्प दिए जाएंगे।
3. नाबालिग बच्चों के लिए बैंकिंग और स्वतंत्र खाता संचालन
2025 से अब 10 साल या उससे ऊपर का कोई भी बच्चा अपने अभिभावक के साथ मिलकर खुद का खाता खोल सकता है।
बच्चा अब एटीएम, मोबाइल बैंकिंग जैसी सीमित सुविधाएं भी उपयोग कर सकेगा, लेकिन अभिभावक की निगरानी जरूरी होगी।
18 साल की उम्र होते ही खाता स्वतंत्र रूप से संचालित किया जाएगा।
इससे बच्चों में वित्तीय जागरूकता और बचत की आदत विकसित होगी।
4. शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता और तेज़ी
अगर आपको बैंक से कोई शिकायत है, तो अब उसके समाधान के लिए लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अब ग्राहक एक सेंट्रल ऑनलाइन पोर्टल के ज़रिए सीधे RBI को शिकायत कर सकते हैं।
बैंक को शिकायत का जवाब 30 दिनों के भीतर देना ज़रूरी है।
कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी।
5. कम आय वाले ग्राहकों के लिए बेसिक सेविंग खाता (BSBDA)
जिन लोगों की आमदनी कम है या बैंकिंग सेवाओं से अभी-अभी जुड़े हैं, उनके लिए RBI ने BSBDA यानी बेसिक सेविंग बैंक डिपॉज़िट अकाउंट का नियम जारी किया है।
इस खाते में कोई न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त नहीं होती।
फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन, सीमित चेक बुक और मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।
यह खाता सभी बैंकों में मुफ्त में खोला जा सकता है।
6. डिजिटल लेन-देन में राहत
RBI अब डिजिटल इंडिया की दिशा में और आगे बढ़ चुका है। इसके तहत:
NEFT और RTGS अब 24×7 उपलब्ध हैं।
ग्राहकों से अब कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा, खासकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए।
इससे ऑनलाइन पेमेंट, फंड ट्रांसफर और बिजनेस लेन-देन पहले से कहीं ज़्यादा सुविधाजनक हो गया है।
सारांश: आपके लिए क्या बदला है?
नियम बदलाव
निष्क्रिय खाता अब घर बैठे सक्रिय होगा
KYC सरल प्रक्रिया, वीडियो केवाईसी और समय सीमा में ढील
बच्चों का खाता 10 साल की उम्र से संचालन की अनुमति
शिकायत निवारण 30 दिन में समाधान, कोई शुल्क नहीं
BSBDA खाता बिना न्यूनतम बैलेंस के, बेसिक सेवाएं फ्री
NEFT/RTGS 24×7 सुविधा, कोई शुल्क नहीं
अस्वीकरण (Disclaimer)
यह लेख भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 2025 में जारी दिशानिर्देशों और अपडेट पर आधारित है। समय-समय पर नियमों में बदलाव संभव है। अतः किसी भी प्रकार के निर्णय लेने से पहले अपनी बैंक शाखा या RBI की आधिकारिक वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें। यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है।